प्रधानमंत्री मोदी ने 47वां आसियान शिखर सम्मेलन 2025 में लिया भाग – मलेशिया Current Affairs 2025#International Relations#Government Exam GK#India-ASEAN Summit

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मलेशिया में आयोजित 47वें आसियान शिखर सम्मेलन 2025 में भाग लिया। जानिए भारत-आसियान संबंध, मुख्य बिंदु और परीक्षा हेतु प्रश्न।



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 47वां आसियान शिखर सम्मेलन (ASEAN Summit 2025) में लिया भाग – मलेशिया

✍️ समाचार सारांश (Current Affairs 2025):

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 47वां आसियान शिखर सम्मेलन (47th ASEAN Summit 2025) में भाग लिया, जो मलेशिया के कुआलालंपुर में आयोजित हुआ।
इस सम्मेलन में भारत-आसियान संबंध (India-ASEAN Relations), इंडो-पैसिफिक सुरक्षा (Indo-Pacific Security), और आर्थिक सहयोग (Economic Cooperation) जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की गई।

✍️आसियान (ASEAN) क्या है?

ASEAN (Association of Southeast Asian Nations) दक्षिण-पूर्व एशिया के 10 देशों का एक प्रमुख क्षेत्रीय संगठन (Regional Organization) है।
इसका उद्देश्य सदस्य देशों के बीच आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देना है।

स्थापना: - 8 अगस्त 1967
मुख्यालय:-  जकार्ता, इंडोनेशिया
स्थापक देश: - इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर और थाईलैंड
कुल सदस्य देश (ASEAN Member Countries):- 10

आसियान सदस्य देशों की सूची (ASEAN Countries List):-
1. इंडोनेशिया
2. मलेशिया
3. फिलीपींस
4. सिंगापुर
5. थाईलैंड
6. ब्रुनेई
7. वियतनाम
8. लाओस
9. म्यांमार
10. कंबोडिया

👉 भारत और आसियान के संबंध (India-ASEAN Relations):

भारत और आसियान के बीच Dialogue Partnership वर्ष 1992 में शुरू हुई थी।

वर्ष 2012 में इसे Strategic Partnership का दर्जा दिया गया।

भारत की Act East Policy का मुख्य उद्देश्य आसियान देशों के साथ आर्थिक और सुरक्षा संबंध मजबूत करना है।

भारत और आसियान के बीच व्यापार अब 110 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक पहुँच चुका है।


👉47वें आसियान शिखर सम्मेलन (47th ASEAN Summit 2025) की मुख्य बातें:-

आयोजन स्थल:- कुआलालंपुर, मलेशिया
सहभागी:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi)

मुख्य मुद्दे:-

1. इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति और स्थिरता
2. आर्थिक विकास और व्यापार विस्तार
3. समुद्री सुरक्षा (Maritime Security)
4. डिजिटल कनेक्टिविटी और शिक्षा सहयोग
5. जलवायु परिवर्तन और सतत विकास (Climate Change & Sustainable Growth)


प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की इंडो-पैसिफिक ओशन इनिशिएटिव (IPOI) के तहत सहयोग को बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
उन्होंने कहा कि “भारत एक सुरक्षित, समावेशी और स्थिर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए समर्पित है।”


👉 भारत के लिए 47वें आसियान सम्मेलन का महत्व:
सम्मेलन 47वां आसियान शिखर सम्मेलन 2025
स्थान कुआलालंपुर, मलेशिया
भाग लेने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
संगठन ASEAN (Association of Southeast Asian Nations)
स्थापना वर्ष 1967
मुख्यालय जकार्ता, इंडोनेशिया
भारत-आसियान साझेदारी 1992 (Dialogue) / 2012 (Strategic)

👉भारत-आसियान सहयोग के लाभ (Benefits for India):-

व्यापार और निवेश में वृद्धि
सांस्कृतिक और शैक्षणिक सहयोग
पर्यटन और जन-जन संपर्क (People-to-People Contact)
सुरक्षा और रक्षा साझेदारी
ब्लू इकॉनमी और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में भागीदारी

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