Quick facts (त्वरित जानकारी)
- रचयिता: Bankim Chandra Chatterjee.
- रचना तिथि: 7 नवम्बर 1875 (स्रोत अनुसार)।
- Anandamath में प्रकाशित: 1882।
- राष्ट्रीय गीत के रूप में मान्यता: संविधान सभा ने 24 जनवरी 1950 को 'Vande Mataram' को राष्ट्रीय गीत के रूप में सम्मान देने का निर्णय लिया।
- 2025 में 150वीं वर्षगांठ के कार्यक्रम: केंद्र और राज्यों में वर्ष-भर कार्यक्रम और सार्वजनिक समारोह (Prime Minister ने वर्ष-भर की शुरुआत की)।
MCQ — परीक्षा-उन्मुख प्रश्न (प्रत्येक उत्तर के नीचे संक्षिप्त व्याख्या)
प्रश्न 1: 'वन्दे मातरम्' के मूल लेखक कौन हैं?
- A) रवीन्द्रनाथ टैगोर
- B) बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय
- C) महात्मा गाँधी
- D) सुभाष चन्द्र बोस
सही उत्तर: B) बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय
वन्दे मातरम् मूलतः बंकिम चन्द्र द्वारा रचित एक कविता/गीत है, जो बाद में उनकी उपन्यास Anandamath में प्रकाशित हुई।
प्रश्न 2: वन्दे मातरम् की रचना किस वर्ष मानी जाती है?
- A) 1857
- B) 1875
- C) 1882
- D) 1905
सही उत्तर: B) 1875
ऐतिहासिक स्रोत बताते हैं कि बंकिम चन्द्र ने यह कविता 7 नवम्बर 1875 को लिखी; बाद में यह 1882 में उपन्यास में प्रकाशित हुई।
प्रश्न 3: वन्दे मातरम् किस उपन्यास में प्रकाशित हुआ था?
- A) गोरा
- B) आनन्दमठ (Anandamath)
- C) देवदास
- D) गोदन
सही उत्तर: B) आनन्दमठ (Anandamath)
वन्दे मातरम् की कविताएँ बंकिम के ऐतिहासिक उपन्यास Anandamath का हिस्सा थीं, जो 1882 में प्रकाशित हुआ।
प्रश्न 4: वन्दे मातरम् को आधिकारिक रूप से कब राष्ट्रीय गीत के रूप में सम्मानित कहा गया?
- A) 15 अगस्त 1947
- B) 26 जनवरी 1950
- C) 24 जनवरी 1950
- D) 7 नवम्बर 1875
सही उत्तर: C) 24 जनवरी 1950
संविधान सभा के बाद (24 जनवरी 1950) राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने 'जन गण मन' को राष्ट्रीय गान बताने के साथ-साथ वन्दे मातरम् को समान सम्मान देने की बात कही—इसे राष्ट्रीय गीत के रूप में सम्मानित किया गया।
प्रश्न 5: वन्दे मातरम् का पहला सार्वजनिक गायन किस कांग्रेस सत्र में हुआ बताया जाता है?
- A) 1885 का कांग्रेस सत्र
- B) 1896 का कांग्रेस सत्र
- C) 1905 का स्वदेशी आंदोलन सत्र
- D) 1920 का कांग्रेस सत्र
सही उत्तर: B) 1896 का कांग्रेस सत्र
रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा 1896 के कांग्रेस सत्र में वन्दे मातरम् के गायन को महत्वपूर्ण माना जाता है—यह गीत स्वतंत्रता आंदोलन का एक भावनात्मक साथी बन गया।
प्रश्न 6: वन्दे मातरम् के किस भाग को स्वतंत्र भारत ने राजकीय स्तर पर विशेष सम्मान दिया?
- A) पूरी कविता (सभी छंद)
- B) केवल पहला छंद
- C) पहले दो छंद
- D) केवल अंतिम छंद
सही उत्तर: C) पहले दो छंद
ऐतिहासिक रूप से पहले दो छंदों को व्यापक रूप से राष्ट्रगानिक संदर्भ में स्वीकार किया गया; पूरे कविता में कुछ पंक्तियों को लेकर बहसें भी रही।
प्रश्न 7: 'वन्दे मातरम्' का शीर्षक किस भाषा-वाक्यांश से आया है और इसका सामान्य अर्थ क्या है?
- A) संस्कृत; 'मैं धरती को प्रणाम करता/करती हूँ'
- B) फारसी; 'वन्दे मातरम् कोई अर्थ नहीं'
- C) अंग्रेज़ी; 'I love my country'
- D) बंगाली/संस्कृत मिश्रित; 'मैं तुम्हें प्रणाम करता हूँ, माँ (Mother)'
सही उत्तर: D) बंगाली/संस्कृत मिश्रित; 'मैं तुम्हें प्रणाम करता हूँ, माँ (Mother)'
गीत संस्कृत मिश्रित बंगाली में लिखा गया है और 'वन्दे मातरम्' का भावानुवाद 'I bow to thee, Mother' है।
प्रश्न 8: 150वीं वर्षगाँठ के उद्घाटन के समय किसने स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी किए?
- A) राष्ट्रपति
- B) प्रधानमंत्री
- C) संस्कृति मंत्री
- D) रक्षा मंत्री
सही उत्तर: B) प्रधानमंत्री
2025 के उद्घाटन में प्रधानमंत्री ने वर्ष-भर के समारोह की शुरुआत के अवसर पर स्मारक डाक टिकट और सिक्का जारी किए।
प्रश्न 9: वन्दे मातरम् का इस्तेमाल प्रमुखतः किस आंदोलन के समय हुआ?
- A) स्वतंत्रता संग्राम (Freedom Movement)
- B) हरित क्रांति
- C) औद्योगिक क्रांति
- D) शिक्षा आंदोलन
सही उत्तर: A) स्वतंत्रता संग्राम (Freedom Movement)
वन्दे मातरम् स्वदेशी और स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान एक प्रमुख प्रतीक और नारा बन गया — जन-आंदोलन में इसका व्यापक प्रयोग हुआ।
प्रश्न 10: निम्न में से कौन-सा कथन सही है?
- A) वन्दे मातरम् को कभी भी सार्वजनिक कानूनी रूप से प्रतिबंधित नहीं किया गया।
- B) वन्दे मातरम् स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान ब्रिटिश सरकार ने प्रतिबंधित किया था।
- C) वन्दे मातरम् केवल 20वीं सदी में बनाया गया था।
- D) वन्दे मातरम् का कोई साहित्यिक महत्त्व नहीं है।
सही उत्तर: B) वन्दे मातरम् स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान ब्रिटिश सरकार ने प्रतिबंधित किया था।
कॉलोनियल प्रशासन ने कभी-कभी इसका प्रदर्शन प्रतिबंधित किया क्योंकि यह सरकारी नीतियों के खिलाफ प्रतिरोध और राष्ट्रवादी भावना बढ़ाता था।
Quick revision — मुख्य बिंदु (Short Revision)
- लेखक: Bankim Chandra Chatterjee.
- रचना/प्रथम उपस्थिति: 7 नवम्बर 1875 (लिखी गयी), Anandamath में प्रकाशित 1882.
- राष्ट्रीय गीत का दर्जा: 24 जनवरी 1950 को संविधान सभा के बाद मान्यता/सम्मान।
- 150वीं वर्षगाँठ (2025): केंद्र और राज्य स्तर पर वर्षभर समारोह; PM द्वारा उद्घाटन।