मुख्य खबर
DRDO की एक प्रयोगशाला Naval Science & Technological Laboratory (NSTL), विशाखापत्तनम द्वारा विकसित नयी पीढ़ी के Man-Portable Autonomous Underwater Vehicles (MP-AUVs) सार्वजनिक की गई हैं। ये मुख्य रूप से समुद्री खानों की पहचान और निष्क्रिय (mine-countermeasure) अभियानों के लिए डिज़ाइन की गयीं हैं।
📌 Govt Exam के लिए महत्वपूर्ण बिंदु
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विकासकर्ता: DRDO – Naval Science & Technological Laboratory (NSTL), विशाखापत्तनम
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उद्देश्य: समुद्री खानों (mine-like objects) की पहचान, वर्गीकरण व निष्क्रिय करना (mine counter-measure) मुख्य विशेषताएँ:
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Side-scan sonar और Underwater कैमरे – रियल टाइम पहचान के लिए।
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Autonomous (स्वचालित) संचालन तथा AI/Deep-learning आधारित लक्ष्य पहचान।
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Compact, मन-पोर्टेबल (मानव द्वारा पोर्टेबल) व छोटे जहाज़ों से लॉन्च योग्य।
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महत्व: भारत के समुद्री सीमाओं व रणनीतिक जलमार्गों (Indian Ocean Region) में बढ़ते खतरों के बीच यह उपकरण संवादिता व सुरक्षा को बढ़ावा देगा।
📖 संक्षिप्त सार
यह प्रणालियाँ DRDO द्वारा विकसित हुई हैं जो समुद्र तल पर खानों जैसी खतरा वस्तुओं की जल्दी और सटीक खोज एवं वर्गीकरण में सक्षम हैं। यह उपनिबन्ध (subsea) अभियानों के लिए ‘मानव-पोर्टेबल’ यानी मनुष्यों द्वारा ले जाई जा सकने वाली व हल्की प्रणालियों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।